कैलाश मानसरोवर यात्रा|कैलाश मानसरोवर यात्रा ऑनलाइन|Kailash Mansarovar Yatra in Hindi
कैलाश मानसरोवर की यात्रा (केएमवाई) अपने धार्मिक मूल्यों और सांस्कृतिक महत्व के कारण जानी जाती है। हर साल सैकड़ों यात्री इस तीर्थ यात्रा पर जाते हैं। भगवान शिव के निवास के रूप में हिन्दुओं के लिए महत्वपूर्ण होने के साथ-साथ यह जैन और बौद्ध धर्म के लोगों के लिए भी धार्मिक महत्व रखता है। यह यात्रा उन पात्र भारतीय नागरिकों के लिए खुली है जो वैध भारतीय पासपोर्टधारक हों और धार्मिक प्रयोजन से कैलाश मानसरोवर जाना चाहते हैं। विदेश मंत्रालय यात्रियों को किसी भी प्रकार की आर्थिक इमदाद अथवा वित्तीय सहायता प्रदान नहीं करता।
मानसरोवर यात्रा
यात्रियों को यात्रा से पूर्व तैयारियों और चिकित्सा जाँच के लिए दिल्ली में 3 या 4 दिन तक रूकना चाहिए। दिल्ली सरकार केवल यात्रियों के लिए साझा तौर पर खान-पान और ठहरने की सुविधाओं का निःशुल्क प्रबंध करती है। यात्री यदि चाहे तो दिल्ली में खान-पान और ठहरने की अपनी व्यवस्था कर सकते हैं।
आवेदक ऑनलाइन पंजीकरण करने के पूर्व अपनी सेहत और तंदुरुस्ती की स्थिति सुनिश्चित करने के लिए कुछ बुनियादी जांच कर सकते हैं। तथापि, यह जाँच यात्रा से पहले दिल्ली में डीएचएलआई और आईटीबीपी द्वारा की जाने वाली चिकित्सा जाँचों के लिए वैध नहीं होगी।
कैलाश मानसरोवर यात्रा परामर्श
इस यात्रा में प्रतिकूल हालात, अत्यंत खराब मौसम में ऊबड़-खाबड़ भू-भाग से होते हुए 19,500 फुट तक की चढ़ाई चढ़नी होती है और यह उन लोगों के लिए जोखिम भरा हो सकता है जो शारीरिक और चिकित्सा की दृष्टि से तंदुरुस्त नहीं हैं। यात्रा कार्यक्रम अनंतिम है और उसमें शामिल स्थानों की यात्रा किसी भी समय स्थानीय हालात के अध्यधीन है। भारत सरकार किसी भी प्राकृतिक आपदा के कारण अथवा किसी भी अन्य कारण से किसी यात्री की मृत्यु अथवा उसके जख्मी होने अथवा उसकी संपत्ति के खोने अथवा क्षतिग्रस्त होने के लिए किसी भी तरह से जिम्मेदार नहीं होगी। तीर्थयात्री यह यात्रा पूरी तरह से अपनी इच्छा शक्ति के बल पर तथा खर्च, जोखिम और परिणामों से अवगत होकर करते हैं। किसी तीर्थयात्री की सीमा पार मृत्यु हो जाने पर सरकार की उसके पार्थिव शरीर को दाह-संस्कार के लिए भारत लाने की किसी तरह की बाध्यता नहीं होगी। अतः मृत्यु के मामले में चीन में पार्थिव शरीर के अंतिम संस्कार के लिए सभी तीर्थ यात्रियों को एक सहमति प्रपत्र पर हस्ताक्षर करना होता है।
यह यात्रा उत्तराखंड, दिल्ली और सिक्किम राज्य की सरकारों और भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के सहयोग से आयोजित की जाती है। कुमाऊं मंडल विकास निगम (केएमवीएन) और सिक्किम पर्यटन विकास निगम (एसटीडीसी) तथा उनके संबद्ध संगठन भारत में यात्रियों के हर जत्थे के लिए सम्भारगत सहायता और सुविधाएं मुहैया कराते हैं। दिल्ली हार्ट एवं लंग इंस्टीट्यूट (डीएचएलआई) इस यात्रा के लिए आवेदकों के स्वास्थ्य स्तरों के निर्धारण के लिए चिकित्सा जाँच करता है।
मानसरोवर यात्रा मार्ग
मार्ग : यात्रा के लिए दो भिन्न मार्ग हैं
मार्ग 1: लिपुलेख दर्रा (उत्तराखंड)-
मार्ग का मानचित्र देखने के लिए-क्लिक करें
जत्थों की संख्या : 18
यात्रा अवधि : लगभग 24 दिन
प्रति व्यक्ति अनुमानित व्यय : 1.6 लाख रुपये
प्रत्येक बैच का यात्रा कार्यक्रम विवरण-क्लिक करें
मार्ग 2: नाथुला दर्रा (सिक्किम)-
मार्ग का मानचित्र देखने के लिए-क्लिक करें
जत्थों की संख्या : 08
यात्रा अवधि : लगभग 21 दिन
प्रति व्यक्ति अनुमानित व्यय : 2 लाख रुपये
प्रत्येक बैच का यात्रा कार्यक्रम विवरण-क्लिक करें
जानिए कितना खर्च आता है मानसरोवर यात्रा में
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने आज अपने पहले भाषण में मानसरोवर की यात्रा करने वाले भोले बाबा के भक्तों के लिए बड़ी घोषणा की। अब अगर कोई भी उत्तर प्रदेश का निवासी मानसरोवर यात्रा करना चाहता है तो उसे यूपी सरकार की ओर से एक लाख रुपए का अनुदान दिया जाएगा। मानसरोवर की यात्रा में फिलहाल 2 लाख रुपए के आसपास खर्च आता है
कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन 1 फरवरी से शुरू हो चुका है। यह यात्रा 12 जून से शुरू होकर 8 सितंबर तक चलेगी। भारतीय विदेश मंत्रालय के मुताबिक रजिस्ट्रेशन करने की आखिरी तारीख 15 मार्च 2017 है। इस वर्ष यात्रा पर जाने के लिए देश भर से 3298 यात्रियों ने आवेदन किया है। एक जून से शुरू होनी वाली कैलास मानसरोवर यात्रा के लिए यात्रियों की कंप्यूटर फीडिंग 31 मार्च को दिल्ली में हो जाएगी।
उत्तराखंड के लिपूलेख दर्रे के साथ ही सिक्किम के नाथूला दर्रे से भी यात्रा का संचालन होता है। विदेश मंत्रालय ने कुमाऊं के रास्ते इस बार 1080 जबकि सिक्किम के रास्ते 400 श्रद्धालुओं को भेजने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
कैलाश मानसरोवर यात्रा ऑनलाइन आवेदन
ऑनलाइन आवेदन करने से पूर्व:
● योग्यता और यात्रा से संबन्धित शर्तों का विवरण / जानकारी ध्यान से पढ़ें। यहां क्लिक करें
● कृपया यह सुनिश्चि्त करें कि एक्रोबैट रीडर आपकी कंप्यूटर प्रणाली में संस्थापित है। यदि नहीं, तो
आवेदन के लिए शर्तें:
(क) आवेदक के पास साधारण भारतीय पासपोर्ट होना चाहिए जो कि वर्तमान वर्ष के 01 सितम्बर को कम से कम 6 माह के लिए वैध हो।
(ख) यह यात्री की स्वयं की जिम्मेदारी है कि आवेदन फॉर्म में भरी गई सूचनाएं, नाम (वर्तनी), जन्मतिथि इत्यादि हर संदर्भ में पूर्ण एवं सही हो।
(ग) आवेदन फार्म में गलत एवं / अथवा अधूरी जानकारी यात्री को यात्रा से निष्कासित करने का आधार होगा। अब तक किए गए सभी भुगतान अप्रतिदेय होंगे।
(घ) आवेदकों को दोनों मार्गों में से अपनी पसंद के अनुसार वरीयता देना अनिवार्य है।
(ङ) यात्रियों को यात्रा-समापन स्थल का चयन करना भी अनिवार्य है।
(i) मार्ग-1 (लिपुलेख): धारचूला या दिल्ली
(ii) मार्ग-2: (नाथुला): गंगटोक या दिल्ली
(च) कागजी आवेदन पत्र स्वीकार नहीं किये जाएंगे।
ऑनलाइन आवेदन करने से पहले निम्नलिखित दस्तावेज़ तैयार रखें:
(क)फोटो की स्कैन प्रति (जेपीजी (JPG) फॉर्मेट में जो 300 केबी से अधिक न हो)
(ख)पासपोर्ट की स्कैन प्रति (जिस पृष्ठ पर फोटो और व्यक्तिगत विवरण हो) और आखिरी पृष्ठ जिस पर परिवार का विवरण हो (पीडीएफ फॉमेट में 500 केबी से अधिक न हो)
(ग)यदि अन्य किसी व्यक्ति के साथ में आवेदन कर रहे हैं तो उस व्यक्ति के उपर्युक्त दस्तावेज़ (क) और (ख) तैयार रखें।
सफलतापूर्वक आवेदन ऑनलाइन प्रस्तुत करने के बाद :
(क) आवेदन प्रपत्र का प्रिंट आउट ले लें और भविष्य के संदर्भ में इसे अपने पास रखें।
(ख) आवेदन पत्र सफलतापूर्वक प्रस्तुत करने के बाद आवेदक को पुष्टि हेतु SMS / ई-मेल प्राप्त करेंगे।
click here : http://kmy.gov.in/kmy/downloadForm.do/http://kmy.gov.in/kmy/howToApply.do?lang=hi_IN
फॉर्म डाउनलोड करें:
● अंत्येष्टि के लिए सहमति पत्र PDF
● प्रमाणीकृत क्षतिपूर्ति बांड PDF
Word
● वचनपत्र :आपात स्थिेति में हेलिकॉप्टर से निकासी PDF
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